देहूरोड श्रेणी II की छावनी है। इसकी स्थापना 1958 में हुई। बोर्ड में 7 निर्वाचित सदस्यों सहित 14 सदस्य हैं। 2001 की जनगणना के अनुसार इसकी कुल आबादी 48961 है।
देहूरोड छावनी बोर्ड के विभिन्न गॉवों में 10 प्राथमिक स्कूल व 01 माध्यमिक स्कूल
(मराठी माध्यम) और 03 बालवाड़ी स्कूल हैं।
’ ये स्कूल 8 इमारतों में चलाए जा रहे हैं।
’ ये निम्नलिखित माध्यमों के स्कूल हैं:
मराठी
हिन्दी
उर्दू
अंग्रेजी
छात्रों की कुल संख्या निम्नानुसार है:-
(i) लड़कियां - 826
(ii) लड़के - 688
अध्यापकों की कुल संख्या 78 है।
देहूरोड छावनी ने हाल ही में 8 इमारतों में 8वीं से 10वीं तक की कक्षाएं अर्थात मराठी माध्यम में 01 माध्यमिक स्कूल और चार अन्य माध्यम®ं मेें 10 प्राथमिक स्कूल आरम्भ किए हैं। छावनी बोर्ड महाराष्ट्र सरकार से 50 प्रतिशत शिक्षा अनुदान प्राप्त करता है। इसके अतिरिक्त कुछ राज्य सरकार अनुदान जैसे मध्यान्ह भोजन की योजना, पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, सफाई कर्मचारियों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति आदि भी प्राप्त करता है। बोर्ड ने मानदेय आधार पर 03 अध्यापक तथा बालवाड़ी स्कूल के लिए 03 आया नियुक्ति की हैं। छावनी बोर्ड ने स्कूलों में छात्रों के लिए चलाए जा रहे एमएससीआईटी कोर्स शुरू किए हैं।
प्रत्येक स्कूल में स्कूल प्रबंधन समिति का भी गठन किया गया है। स्कूल के विकास के लिए बोर्ड प्रत्येक स्कूल को 60 रू0 प्रति माह प्रति छात्र के हिसाब से पैसा देता है। देहूरोड छावनी ने विभिन्न गांवों में 02 बालवाड़ी स्कूल मराठी माध्यम में और 01 बालवाड़ी स्कूल उर्दू माध्यम मेें शुरू की है।
1. देहूरोड छावनी बोर्ड 1960 से 50 बिस्तरों वाला एक अस्पताल चला रहा है।
2014-15 के दौरान उपचार किए गए अंतरंग रोगियों की संख्या - 44225
2014-15 के दौरान उपचार किए गए बहिरंग रोगियों की संख्या - 1556
2. अस्पताल में निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध करायी गई हैं:-
(i) प्रयोगशाला
(ii) सुसज्जित आपरेशन थियेटर
(iii) एक्स-रे यूनिट
(iv) चौबीस घंटे रोगी वाहन (एम्बुलेंस) की सुविधा
3. छावनी अस्पताल में एक आरएमओ और 4 सहायक चिकित्सा अधिकारी हैं।
4. बोर्ड ने निम्नलिखित मानद विशेषज्ञों को भी नियुक्त किया है।
(i) 70.30 की राजस्व भागीदारी अनुपात के आधार पर दन्त चिकित्सक
(ii) मानदेय के आधार पर विकलांगता रोग विशेषज्ञ
(iii) त्वचा विशेषज्ञ
(iv) नेत्र विशेषज्ञ
5. बोर्ड महाराष्ट्र सरकार के साथ संयुक्त रूप से पल्स पोलियो, प्रतिरक्षण, डॉट कार्यक्रम, एचआईवी जागरूकता आदि जैसे स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम चलाता है।
6. छावनी बोर्ड ने हाल ही में चिनचोली में एनयूएचएम मुम्बई के साथ मिलकर यूपीएचसी शुरू की है।
प्रमुख पहल:
1. जेड पी पुणे के साथ संयुक्त रूप से परिवार नियोजन आपरेशन किए जाते हैं।
2. संत तुकाराम पालखी के तकरीबन 6000 वर्करों को मुफ्त चिकित्सा सहायता दी गई।
3. पूरे छावनी क्षेत्र को चलते-फिरते चिकित्सा औषधालय की सहायता दी गई है।