1840 के दौरान, ब्रिटिश सरकार के तत्कालीन राजनीतिक एजेंट कर्नल टाप द्वारा कसौली का सर्वेक्षण किया गया। सुबाथू और कसौली की छावनी के रूप में 1850 में स्थापना हुई।
यहां सबसे पहले सेना रेजिमेंट की 13वीं लाइट इंफेंट्री को तैनात किया गया। कसौली की औसतन ऊंचाई समुद्र तल से 6000 फीट है। कसौली में केन्द्रीय अनुसंधान संस्थान (एक प्रमुख चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र वहां 1906 से कार्य कर रहा है), टी. वी. टावर, माइक्रोवेब स्टेशन और वायुसेना स्टेशन सहित कई महत्वपूर्ण संस्थान हैं। पंजाब व हरियाणा राज्यों और संघ शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के निकट होने के कारण कसौली सदैव एक पसंदीदा पर्यटक स्थल रहा है।
छावनी 643.96 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है जिसमें से 47.45 एकड़ अधिसूचित सिविल क्षेत्र है। 2011 की जनगणना के अनुसार कसौली की आबादी 3885 है जिसमें सेना आबादी शामिल नहीं है।
छावनी बोर्ड प्राइमरी स्कूल की स्थापना ब्रिटिश सरकार द्वारा वर्ष 1916 में की गई। प्रारंभ में यह स्कूल छावनी कन्या विद्यालय के नाम से जाना जाता था और केवल लड़कियों को ही शिक्षा दी जाती थी। लगभग 1960 के आसपास इस स्कूल में सह-शिक्षा शुरू की गई। इस स्कूल में कमजोर वर्गों के विद्यार्थियों को शिक्षा दी जा रही है। प्राथमिक अनुभाग में नियमित अध्यापकों की स्वीकृत नफरी सात में से पांच नियमित अध्यापक हैं। छावनी बोर्ड प्राइमरी स्कूल को फरवरी, 2003 से मिडल तक अपग्रेड किया गया है।
छावनी बोर्ड मिडल स्कूल, कसौली
प्रमुख पहल:
स्कूल में कम्प्यूटर शिक्षा शुरू की गई है।
छावनी बोर्ड अस्पताल की स्थापना ब्रिटिश सरकार द्वारा वर्ष 1933 में की गई थी। छावनी सामान्य अस्पताल 19 बिस्तरों का अस्पताल है। छावनी सामान्य अस्पताल में दो स्थायी चिकित्सक तथा 12 पैरा मेडीकल कर्मचारी है। यह अस्पताल, आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। अस्पताल में अलग-अलग पुरूष तथा महिला वार्ड हैं। इसके अतिरिक्त, अस्पताल में पैथोलॉजिकल लैब, एक छोटा ऑपरेशन थियेटर, एक ईसीजी मशीन, एक्स-रे रूम और एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध है।
अस्पताल का नाम: छावनी सामान्य अस्पताल
बिस्तरों की संख्या: 19 Nos
2015-16 के दौरान उपचार किए गए अंतरंग रोगियों की संख्या: 188
2015-16 के दौरान उपचार किए गए बहिरंग रोगियों की संख्या: 21885
2015-16 के दौरान आयोजित शिविर/स्वास्थ्य सेवाएं
अस्पताल में उपलब्ध अतिरिक्त/विशेष सुविधाएं: