दगशाई

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कार्यालय भवन:

बोर्ड का गठन:

दगशाई छावनी कालका-शिमला राजमार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग 22) पर औसतन 6078 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। दगशाई छावनी, पटियाला के महाराजा से मुफ्त में पांच गांव हासिल करके 1847 में स्थापित की गई थी। इसके नाम की उत्पत्ति के बारे में कोइ प्रमाणिक रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। एक किंवदंती के अनुसार यह नाम उर्दू वाक्यांश ‘‘दाग-ए-शाही’’, जो रॉयल ब्रांड/मोहर को जतलाती है, से लिया गया है। मुगल काल के दौरान कैदियों को दाग लगाया जाता था और उन्हें दगशाई गांवों में भेज दिया जाता था। 1849 में एक जेल का निर्माण किया गया था जिसे सेंट्रल जेल के रूप मे जाना जाता था।

अध्यक्ष

ब्रिगेडियर दीपक शर्मा, एसएम

मुख्य अधिशासी अधिकारी

श्री अनुज गोयल

सम्पर्क सूत्र:

मो 09418082029, फोन: 01792-266153 (टेलीफ़ैक्स)

उपाध्यक्ष

श्री चितरंजन सियाल

सम्पर्क सूत्र:

मो.नं. 09882125198

स्कूलों की जानकारी:

कैंटोनमेंट बोर्ड एक अंग्रेजी माध्यमिक प्राथमिक विद्यालय, दगशाई चलाता है जिसे लिटिल एंजेल प्राइमरी स्कूल के नाम से जाना जाता है। वर्ष 2012 में शुरू करे गए इस स्कूल में बच्चों की संख्या 29 थी, जो वर्ष 2015-16 में 101 हो गयी है। स्कूल में लड़कियों और लड़कों का अनुपात 1.46 है। छावनी बोर्ड कैंट बोर्ड स्कूल में बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करता है। बोर्ड स्कूल के बच्चों को मुफ्त किताबें और वर्दी भी प्रदान करता है। स्कूल में लड़कियों और लड़कों के लिए अलग शौचालय सुविधाएं प्रदान की गई हैं और स्कूल परिसर में जल शोधक भी स्थापित किया गया है। स्कूल शिक्षा में बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा भी दी जा रही है। "मिड डे मील" योजना के कार्यान्वयन के संबंध में राज्य प्राधिकरणों से संपर्क किया जा रहा है। कैंटोनमेंट बोर्ड दगशाई और कसौली मई, 2015 से दगशाई पब्लिक स्कूल, दगशाई के सहयोग से विशेष बच्चों के लिए स्कूल चला रहे हैं।

स्कूल

अस्पताल/औषधालय की जानकारी

बोर्ड की देख-रेख में औषधालय है। छावनी निवासियों को ईसीजी, लैब परीक्षण और एम्बुलेंस इत्यादि की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। कैंटोनमेंट बोर्ड डिस्पेंसरी में आंख विशेषज्ञ और दंत चिकित्सक की सेवा भी विशेष दिन के अनुसार उपलब्ध कराई जा रही है। वरिष्ठ नागरिकों, छावनी बोर्ड के कर्मचारियों और स्कूल के बच्चों को आवधिक स्वास्थ्य जांच सुविधा प्रदान की जा रही है। उपर्युक्त के अलावा, बोर्ड एक मनोचिकित्सक और परामर्शदाता की मदद से एक ड्रग डी-एडिक्शन सेंटर सञ्चालन करता है, जिसमें नशीली दवाओं के दुरुपयोग में शामिल बाहरी रोगियों का इलाज किया जा रहा है और दवाइयों दी जाती है। वरिष्ठ नागरिकों, स्कूल बच्चों और छावनी बोर्ड के कर्मचारियों को स्वास्थ्य कार्ड और स्वास्थ्य डायरी भी वितरित की गई है।

अस्पताल/औषधालय

चिकित्सा अधीक्षक/आरएमओ

डॉ सचिन गुप्ता

सम्पर्क सूत्र:

मो 9857663480

अतिथि गृह