ए.यू.एण्ड आर.सी. भूमिका तथा कार्य

पुरालेख यूनिट तथा संसाधन केन्द्र निम्नलिखित कार्य करेगा:

  • विपदा प्रबंधन तथा अभिलेखों से संबंधित सभी रक्षा भूमि सिरनामों के बैक अप के लिए उचित कदम उठाना।
  • सभी रक्षा भूमि रिकार्डों के सूचीबद्ध डिजीटल चित्र तथा माइक्रोफिल्म बैक अप रखना।
  • इसके परिसर तथा सभी रक्षा संपदा कार्यालयों में विपदा प्रबंधन पद्धति की स्थापना तथा अनुरक्षण।
  • रक्षा संपदा महानिदेशालय के अधीन सभी कार्यालयों में रक्षा भूमि रिकार्डों का पर्यवेक्षण, प्रबंधन तथा नियंत्रण व उसका रख-रखाव।
  • स्थायी किस्म की रक्षा भूमि से संबंधित सार्वजनिक रिकार्डों को डिपाजिट के लिए स्वीकार करना।
  • रक्षा भूमि रिकार्डों के जीर्णोद्धार तथा परिरक्षण के लिए एक संरक्षण प्रयोगशाला की स्थापना करना।
  • भू-अभिलेखों की फेहरिस्त, सूची संदर्भ ग्रंथ सूची तथा अन्य संदर्भ मीडिया तैयार करना।
  • उपलब्ध स्थान को विकसित करना तथा उसका इष्टतम प्रयोग करना तथा भूमि रिकार्ड के परिरक्षण के लिए उपकरणों का रख-रखाव करना।
  • मांगे जाने पर रिकार्ड तैयार करने वाली एजेन्सियों को परामर्श देना।
  • सेनाओं तथा अन्य के लिए रक्षा भूमि रिकार्डों के परिरक्षण, आधुनिकीकरण तथा बचाव हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम, सेमिनार तथा पारस्परिक प्रभावी सत्रों का आयोजन करना।
  • रक्षा भूमि रिकार्डों तक पहुंच को विनियमित करना।
  • रक्षा संपदा अधिकारियों से रिकार्ड प्रबंधन के बारे में रिपोर्ट प्राप्त करना।
  • अनुसंधान कार्य हाथ में लेना/सुविधा देना।
  • पुराने भूमि रिकार्डों की खोज के लिए अन्य पुरालेख केन्द्रों से सम्पर्क बनाना।